- यूजीसी ने खाका तैयार कर प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में भेजा प्रस्ताव
- रिक्तियों के साथ-साथ इच्छुक युवक-युवतियों की मिलेगी जानकारी
पारितोष मिश्र, लखनऊ : विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने बेरोजगार
युवक-युवतियों की राह आसान करने की तैयारी कर ली है। यूजीसी ने एक ऐसा
अकादमिक रोजगार पोर्टल विकसित किया है जिस पर खाली पदों (रिक्तियां) के
साथ-साथ रोजगार पाने के इच्छुक युवक-युवतियों के कौशल, ज्ञान और अनुभव के
बारे में भी विस्तृत जानकारी मिल सकेगी। इससे न सिर्फ रोजगार के अवसर
खुलेंगे बल्कि रोजगार उपलब्धकर्ताओं के सामने भी विकल्प रहेंगे कि वे निपुण
युवक-युवतियों का चयन कर सकें।
यूजीसी के उपाध्यक्ष प्रो.वेद
प्रकाश ने लखनऊ विश्वविद्यालय समेत प्रदेश के सभी विश्वविद्यालय के कुलपति
और शिक्षण संस्थाओं के निदेशक को पोर्टल पर आवश्यक सूचनाएं उपलब्ध कराने
हेतु पत्र लिखा है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने भी इस पोर्टल का जोरदार
समर्थन किया है।
इस वेब पोर्टल द्वारा दो क्षेत्रों में सेवाएं
प्रदान की जाएंगी। एक रोजगार की खोज और दूसरा नियोक्ता। एक तरफ जहां
छात्रों को अपना अकादमिक योग्यता वृत्त तैयार करने में सहायता मिलेगी और
उनका ध्यान भी इस ओर आकर्षित होगा। वहीं दूसरी ओर यह ऐसे प्रतिभाशाली
छात्र-छात्राओं की खोज करेगा जो रोजगार की तलाश में हैं। पोर्टल पर रोजगार
रिक्तियों को भी दर्शाया जाएगा। विभिन्न योग्यता के युवक-युवतियों की
जानकारी एक क्लिक में प्राप्त की जा सकेगी।
प्रो.वेद प्रकाश की ओर
से भेजे गए पत्र में विश्वविद्यालय से पोर्टल को लोकप्रिय बनाने में
सहभागिता का आग्रह किया गया है। विश्वविद्यालय या महाविद्यालय के प्राधिकृत
अधिकारी को पोर्टल पर नियोक्ता खंड के अंतर्गत खुद को रजिस्टर कराना होगा।
इनसे अकादमिक पदों से संबंधित रोजगार विज्ञापनों को अपलोड करने को भी कहा
गया है। संस्थाओं से सुझाव भी आमंत्रित किए गए हैं। लखनऊ विश्वविद्यालय
संबद्ध महाविद्यालय शिक्षक संघ (लुआक्टा) के पूर्व अध्यक्ष डॉ.मौलिन्दु
मिश्र का कहना है कि इस पोर्टल को प्रभावी बनाने में विश्वविद्यालय और
महाविद्यालयों का सहयोग आवश्यक है। यह पोर्टल रोजगार की खोज में लगे
युवक-युवतियों के लिए वरदान साबित होगा।
- रिक्तियों के साथ-साथ इच्छुक युवक-युवतियों की मिलेगी जानकारी
पारितोष मिश्र, लखनऊ : विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने बेरोजगार युवक-युवतियों की राह आसान करने की तैयारी कर ली है। यूजीसी ने एक ऐसा अकादमिक रोजगार पोर्टल विकसित किया है जिस पर खाली पदों (रिक्तियां) के साथ-साथ रोजगार पाने के इच्छुक युवक-युवतियों के कौशल, ज्ञान और अनुभव के बारे में भी विस्तृत जानकारी मिल सकेगी। इससे न सिर्फ रोजगार के अवसर खुलेंगे बल्कि रोजगार उपलब्धकर्ताओं के सामने भी विकल्प रहेंगे कि वे निपुण युवक-युवतियों का चयन कर सकें।
यूजीसी के उपाध्यक्ष प्रो.वेद प्रकाश ने लखनऊ विश्वविद्यालय समेत प्रदेश के सभी विश्वविद्यालय के कुलपति और शिक्षण संस्थाओं के निदेशक को पोर्टल पर आवश्यक सूचनाएं उपलब्ध कराने हेतु पत्र लिखा है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने भी इस पोर्टल का जोरदार समर्थन किया है।
इस वेब पोर्टल द्वारा दो क्षेत्रों में सेवाएं प्रदान की जाएंगी। एक रोजगार की खोज और दूसरा नियोक्ता। एक तरफ जहां छात्रों को अपना अकादमिक योग्यता वृत्त तैयार करने में सहायता मिलेगी और उनका ध्यान भी इस ओर आकर्षित होगा। वहीं दूसरी ओर यह ऐसे प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं की खोज करेगा जो रोजगार की तलाश में हैं। पोर्टल पर रोजगार रिक्तियों को भी दर्शाया जाएगा। विभिन्न योग्यता के युवक-युवतियों की जानकारी एक क्लिक में प्राप्त की जा सकेगी।
प्रो.वेद प्रकाश की ओर से भेजे गए पत्र में विश्वविद्यालय से पोर्टल को लोकप्रिय बनाने में सहभागिता का आग्रह किया गया है। विश्वविद्यालय या महाविद्यालय के प्राधिकृत अधिकारी को पोर्टल पर नियोक्ता खंड के अंतर्गत खुद को रजिस्टर कराना होगा। इनसे अकादमिक पदों से संबंधित रोजगार विज्ञापनों को अपलोड करने को भी कहा गया है। संस्थाओं से सुझाव भी आमंत्रित किए गए हैं। लखनऊ विश्वविद्यालय संबद्ध महाविद्यालय शिक्षक संघ (लुआक्टा) के पूर्व अध्यक्ष डॉ.मौलिन्दु मिश्र का कहना है कि इस पोर्टल को प्रभावी बनाने में विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों का सहयोग आवश्यक है। यह पोर्टल रोजगार की खोज में लगे युवक-युवतियों के लिए वरदान साबित होगा।
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